देहरादून पुलिस ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सब्जी मंडी समेत आवश्यक वस्तुओं की दुकानों की बंदी की अफवाह फैलाने के आरोपी डेयरी संचालक देव आशीष को गिरफ्तार कर लिया है। बृहस्पतिवार को पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर आरोपी का शांतिभंग में चालान कर दिया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर मंगलवार को एक अफवाह वायरल हुई थी, इसमें कहा गया था कि आगामी दस दिन के लिए सब्जी मंडियां और आवश्यक वस्तुओं की दुकानें बंद हो रही हैं।
इस अफवाह से शहर में अफरातफरी की स्थिति बनी। मंडियों में ग्राहकों की कतारें लग गई थी। भीड़ को संभालने के साथ पुलिस को इसका खंडन करना पड़ा था। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने अफवाह को गंभीरता से लेकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
जांच पड़ताल करने पर आमबाग, गढ़ी कैंट निवासी देव आशीष का नाम आया। बृहस्पतिवार को उसे समझाने का प्रयास किया। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि आरोपी देव आशीष के खिलाफ एनसीआर दर्ज कर शांतिभंग में चालान कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि फेक न्यूज या अफवाह फैलाने पर ग्रुप के एडमिन और पोस्ट करने वाले सदस्य के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एसपी श्वेता चौबे ने बताया कि आखिरी बार मंडी और बाजार बंदी की अफवाह बुजुर्ग महिला के व्हाट्सएप से हुई थी। लंबी कवायद के बाद अफवाह के सूत्रधार को ढूंढा जा सका।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर मंगलवार को एक अफवाह वायरल हुई थी, इसमें कहा गया था कि आगामी दस दिन के लिए सब्जी मंडियां और आवश्यक वस्तुओं की दुकानें बंद हो रही हैं।
इस अफवाह से शहर में अफरातफरी की स्थिति बनी। मंडियों में ग्राहकों की कतारें लग गई थी। भीड़ को संभालने के साथ पुलिस को इसका खंडन करना पड़ा था। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने अफवाह को गंभीरता से लेकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
जांच पड़ताल करने पर आमबाग, गढ़ी कैंट निवासी देव आशीष का नाम आया। बृहस्पतिवार को उसे समझाने का प्रयास किया। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि आरोपी देव आशीष के खिलाफ एनसीआर दर्ज कर शांतिभंग में चालान कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि फेक न्यूज या अफवाह फैलाने पर ग्रुप के एडमिन और पोस्ट करने वाले सदस्य के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एसपी श्वेता चौबे ने बताया कि आखिरी बार मंडी और बाजार बंदी की अफवाह बुजुर्ग महिला के व्हाट्सएप से हुई थी। लंबी कवायद के बाद अफवाह के सूत्रधार को ढूंढा जा सका।
छात्रों के विदेश से आने की सूचना छुपाने पर स्कूल को नोटिस
स्कूली बच्चों के कोरोना संदिग्ध होने और सूचना में देरी करने पर स्वास्थ्य विभाग ने मसूरी के स्कूल को नोटिस जारी कर दिया है। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूल का दौरा करेगी। उसके बाद उनके संपर्क में आए अन्य छात्रों और लोगों से जानकारी जुटाकर स्क्रीनिंग कराएगी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार देर शाम मसूरी के एक बोर्डिंग स्कूल के पांच छात्रों को कोरोना जैसे लक्षण पाए जाने पर दून अस्पताल में लाया गया था। लेकिन, यहां वार्ड फुल होने पर सभी को कोरोनेशन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
यह छात्र हाल ही में अपने परिचितों के साथ अलग-अलग देशों की यात्रा करके लौटे थे। इस बीच स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को मसूरी के सरकारी अस्पताल में भी दिखाया था। छात्रों के विदेश से आने और इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देरी से देने पर स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस संबंध में अधिकारिक रूप से कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि बुधवार देर शाम मसूरी के एक बोर्डिंग स्कूल के पांच छात्रों को कोरोना जैसे लक्षण पाए जाने पर दून अस्पताल में लाया गया था। लेकिन, यहां वार्ड फुल होने पर सभी को कोरोनेशन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
यह छात्र हाल ही में अपने परिचितों के साथ अलग-अलग देशों की यात्रा करके लौटे थे। इस बीच स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को मसूरी के सरकारी अस्पताल में भी दिखाया था। छात्रों के विदेश से आने और इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देरी से देने पर स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस संबंध में अधिकारिक रूप से कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।